Jakhu temple Shimla (शिमला का जाखू मंदिर)

    नमस्कार दोस्तों ,

                                आज में फिर एक नए ब्लॉग के साथ आई हुं | हिमाचल प्रदेश एक बहुत बड़ा और बहुत सुंदर राज्य है यहाँ चारो तरफ ऊँचे लम्बे पेड़ ,बहती हुई नदिया और खुला आसमान है जो किसी का भी दिल खुश कर देता है यही कारण है की लोग अपने व्यस्त जीवन से कुछ समय निकाल कर अपने परिवार के साथ हिमाचल की सुंदर वादियों में आना पसंद करते है हिमाचल प्रदेश जितना बड़ा है उतना ही सुंदर है और इसे सुंदर बनाते है यहाँ के ऊँचे ऊँचे पहाड़, यहाँ की नदिया, यहाँ के देवी स्थल है हिमाचल को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है क्योकि हिमाचल में कई धार्मिक स्थल है जहा लोग दूर दूर से इन मंदिरों के दर्शन करने आते है 

                                



                                  हिमाचल प्रदेश की  राजधानी शिमला है और शिमला में स्थित है हनुमान जी का मंदिर जिसे जाखू मंदिर के नाम से जाना जाता है यहाँ एक बहुत ही प्रसिद मंदिर है जहा केवल दुसरे राज्यों से ही नहीं अपितु देश विदेश से से भी लोग इस  मंदिर के दर्शन करने के लिए आते है 

 इस मंदिर से जुडी कुछ पुराणिक कथाये और मान्यताये है

                                                                                                  मान्यता यहाँ है की जब भगवान् राम चंदर जी का रावन से युद्ध हुआ था तो उस युद्ध में लक्ष्मण जी मूर्छित हो गये थे और उन पर किसी भी दवाई का कोई असर नहीं पड़ रहा था तब प्रभु राम जी ने उन्हें संजीवनी बूटी लेन के लिए हिमालय की और भेजा जब हनुमान जी संजीवनी बूटी लेन के लिए  आकाश मार्ग से जा रहे थे तब उनकी नज़र यहाँ पर तपस्या करते हुए यक्ष ऋषि पर पड़ी जिनका परिचय  प्राप्त करने के लिए हनुमान जी इस  स्थान पर उतरे थे  जाखू मंदिर में आज भी उनके पद चिन्हों के निशान है जिसे संगमरमर से बनवा कर रखा गया है कहा जाता है की बाद में ऋषि यक्ष के नाम पर ही इस जगह का नाम याक , याक से याकु और फिर जाखू पड़ा

 

   


( जाखू मंदिर )

                                               कहा जाता है की वापस  जाते हुए हनुमान जी ने ऋषि से मिलकर जाने का वचन दिया और फिर वहा द्रोण पर्वत की तरफ चले पड़े  मार्ग में कालनेमि नमक एक राक्शाशनी के साथ निपटने के बाद समय के आभाव के कारण हनुमान  जी ने  मार्ग से आयोथ्य होते हुए चल पड़े जब काफी समय इंतजार करने पर भी हनुमान जी वापिस  नहीं लोटे  तो यक्ष मुनि बहूत व्याकुल हो गये तब हनुमान जी ने यक्ष मुनि को दर्शन दिए कहा जाता है की इसी स्थान पर  जी के श्व्यम्भु मूर्ति प्रकट हुई जिसे लेकर यक्ष मुनि ने यही पर हनुमान जी का मंदिर का निर्माण किया आज भी यहाँ मूर्ति इसी मंदिर में स्थित है जिसके दर्शन करने के लिए लोग बहूत दूर  दूर से यहाँ आते है 

                                         



                            अभी कुछ ही समय पहेल जाखू मंदिर के प्रगान  में 108 फीट ऊँची हनुमान जी  की प्रतिमा स्थापित की गई है जिसे आप शिमला के किसी भी स्थान से देख सकते है 

          
हनुमान जी की 108 फिट ऊँची मूर्ति 

                                कहा जाता है की जो भी लोग यहाँ सचे मन से आते हे हनुमान जी उनकी सभी मुरादे पूरी करते है लोगो का कहेना है की उन्हें यहाँ आकर एक अजीब सी ख़ुशी और सकुनं का अनुभव होता है अत आप जब भी हिमाचल आये तो हनुमान जी के दर्शन करने जरुर जाये यहाँ पर जाने के लिए बहूत ही लम्बी ऊँची चडाई की दुरी तय करनी पड़ती पर अब कार द्वारा भी आप वहा तक पहुंच सकते है 

                         

जय हनुमान जी 

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