बदला एक आत्मा का - 1

                       कहानी

पिंकी एक मध्यम परिवार मे पैदा हुई । उसके पैदा होते ही उसकी माँ का दिहानत हो गया था । इसी कारण परिवार के लोगों ने उसे देखने तक से इन्कार कर दिया । परन्तु पिता ने अपनी बेटी को गोद मे उठा लिया और अपने सीने से लगा कर अपनी पत्नी को आखरी विदाई दी । धीरे धीरे पिंकी बड़ी होने लगी । पिंकी के पिता राकेश को उसे अकेले पालने मे काफी दिकत हो रही थी राकेश कि माँ ने उसे पिंकी के लिए नई माँ लाने का सुझाव दिया पर राकेश को यह बात कुछ ठीक नहीं लगी । पर जैसे जैसे पिंकी बड़ी होने लगी उन्हें एहसास हुआ कि पिंकी को माँ कि जरूरत हैं । माँ के बार बार समझाने पर राकेश ने शादी के लिए हा कर दी । सुनीता जो एक गरीब परिवार कि लड़की थी उसके पति का भी देहान्त हो गया था उसके पास भी एक 6 साल कि बेटी थी । राकेश की माँ ने सुनीता को राकेश लिए यह सोच कर पसंद किया कि उसकी भी एक बेटी है अत वह पिंकी कि परवरीश बहुत अच्छे ढंग से करेगी । अत राकेश ने सुनीता से शादी कर ली । पर सुनीता का पिंकी कि और बिहेव कुछ ठीक नहीं था । वह घर का सारा काम पिंकी से करवाती और अपनी बेटी को राजकुमारी कि तरह पालने लगी पिंकी के पिता एक बस मे ड्राइवर थे अत वह ज्यादा दिनों तक घर से बाहर हि रहते थे । अत पिंकी अपने पिता को नई माँ के बारे मे बता नहीं पाती थी क्योंकि जब भी राकेश घर आता तो सुनीता पिंकी को उसके दादी के घर छोड़ आती यह कह कर कि उसे अपनी दादी कि बहुत याद आ रही थी । ऐसे हि पिंकी कि जिन्दगी बित रही थी । एक दिन उसकी सौतेली बहन के लिए एक रिश्ता आया

 



 लड़के वाले उसकी बहन को देखने के लिए घर आए परन्तु जब सुरेश कि नज़र पिंकी पर गई तो उसे पिंकी ज्यादा पसंद आ गई उसने अपने माँ बाप से पिंकी का हाथ मांगने के लिए कहा जिसे सुनीता और उसकी बेटी को पिंकी पर बहुत गुस्सा आया । उन्होंने लड़के वालोंं को सोचने के लिए समय माँग कर उन्हें भेज दिया उस दिन उन्होंने पिंकी पर बहुत आत्याचार किये उसे बहुत मारा और खाना भी नहीं दिया । उन्होंने सुरेश को यह कह कर मना कर दिया कि पिंकी बहुत घमंडी है उसने तुम्हारा खूब मजाक उड़ाया और तुमसे शादी करने से मना कर दिया सुरेश को इस बात पर बहुत गुस्सा आया उसके दिल मे पिंकी से बदला लेने कि बात घर कर गई उसे बदला लेने के लिए उसने पिंकी कि सौतेली बहन से शादी कर ली और उन्हीं के घर घरजवाई बन कर रहने लग पड़ा । वो पिंकी को निचा दिखाने का कोई भी मौका नहीं छोडता था एक दिन जब सब घर से बाहर गए हुए थे तो सुरेश ने पिंकी को अकेला देख उसके साथ गलत कर दिया और पिंकी को धमकी दी कि अगर उसने किसी को भी यह बात बताई तो वह उसकी और उसके परिवार कि हत्या कर देगा बेचारी पिंकी उसकी धमकी से डर गई । उसकी बेबसी का फायदा उठा कर वह उसका फायदा उठाने लगा एक दिन जब  सब लोग खाना खा रहे थे तो पिंकी कि तबियत अचानक बहुत खराब हो गई । उसकी दादी भी घर आई हुई थी वह एक दाई थी जब उसने पिंकी को देखा तो वह समझ गई कि पिंकी पेट से है । सब पिंक को मिल कर कोसने लग गए । उसे कमरे मे बंद कर दिया । और इस मुसीबत से छुटकारा पाने के लिए उपाय सोचने लग गए किसी ने भी पिंकी से ये सब होने का कारण नहीं पूछा बस उसे मारने पीटने लग गए । जब पिंकी अकेले कमरे मे रो रही थी तभी सुरेश उसके पास आया और उसे धमकाने लगा कि अगर तुमने गलती से भी मेरा नाम लिया तो सब तुम्हें हि दोष देंगे मेरा कुछ नहीं जाएगा पर तुम्हारी बहन कि जिंदगी ज़रूर बर्बाद हो जाएगी । पिंकी ये सब सुनकर रोने लगी । सुनीता ने ये सब बातें अपने कानों से सुन ली वो परेशान हो गई की अब उसकी लड़की का क्या होगा उसने एक बड़ा फैसला लिया । वो पिंकी के पास आई और ........

                                               to be continue

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