Travel plans to shimla

 नमस्कार दोस्तों,

                          आज का ब्लोग उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी है जो शिमला आने का प्लान करते है पर ज्यादा जानकारी ना होने के कारण अक्सर लोग थोड़ी सी जगहो पर घुम कर वापिस चले जाते है । वह अपने समय का पुरा फायदा नहीं उठा पाते है । 

           मेरा आज का ब्लोग आपके लिये ही है आज मे आपको बताउंगी कि यदि आप शिमला जा रहे हो तो आप रास्ते मे और खुबसुरत जगहो पर भी घुमते हुए शिमला तक पहुंच सकते हैं।  जब आप चण्डीगढ़ से शिमला की और आते है तो रास्ते मे पिनजोर मे योगविनद्रा पार्क है ।

                          योगविन्द्रा पार्क

        योगविन्द्रा पार्क पिनजोर मे है इसे पिनजोर गार्डन के नाम से भी जाना जाता है। यह पार्क बहुत सुन्दर है और काफी बडा भी है। यहा आप अपनें परिवार के साथ आकर घुम सकते है । यहां बहुत ही सुन्दर और शांति प्रदान करने वाली जगह है । यहां गार्डन एक एतिहासिक गार्डन है जो 17 शताब्दी मे बनाया गया था । इस गार्डन का निर्माण मुगल काल मे किया गया है । माना जाता हैं कि इस गार्डन का निर्माण फिदई खान द्वारा किया गया है । यहां आप अपनें परिवार के साथ समय बिता सकते हैं । 

  

पिनजोर गार्डन

                             कसौली

  अगर आप के पास थोड़ा समय हो तो आप कालका से कसौली होते हुए शिमला जा सकते हो । कसौली एक छोटी पर बहुत सुन्दर जगह है कसौली एक छोटा सा हिल स्टेशन है जहा घुमने के लिए काफी सुंदर जगहें है यह हिमाचल प्रदेश  का एक छोटा सा शहर है कसौली  समुद्र तल से 1795 की ऊंचाई पर स्थित एक छोटा पर्वतीय स्‍थल है. यह राजधानी शिमला के दक्षिण में 77 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. बाया ट्रेन सफर करते वक्त शिमला की पहाड़ियों के पास पहुंचने पर कसौली दिखाई देता है. अपनी साफ-सफाई और सुंदरता के कारण मशहूर कसौली में पर्यटक बड़ी संख्‍या में आते हैं. कसौली को कभी-कभार  छोटा  शिमला भी कहा जाता है. यह पर्वतीय स्‍थान पर र्रडोडेंड्रॉन, अखरोट, ओक और विलो के लिए मशहूर है. कसौली में वर्ष 1900 के दौरान पाश्‍चर संस्‍थान की स्‍थापना की गई थी. यहां पागल कुत्ते के काटने की दवा- एंटी रेबीज टीका के साथ हाइड्रो फोबिया रोग का भी इलाज किया जाता है. कसौली प्रसिद्ध लेखक रस्किन बॉन्‍ड का जन्‍मस्‍थान भी है ।

यहाँ घुमने के प्रमुख स्थान है

                            

1. आड़त बाज़ार ( AADAT BAZZAR)

आड़त बाज़ार यहाँ देखने के लिए काफी अच्छी जगह है


आड़त बाज़ार

2. मंकी पॉइंट (MONKEY POINT)

                   मंकी पॉइंट यहाँ हनुमान जी का बहुत हि सुन्दर मंदिर है जिनके दर्शन के लिए लोग बहुत दूर दूर से आते है मान्यताओं के अनुसार रामायणकाल में हनुमान जी ने संजीवनी पहाड़ी से लौटते वक्त अपने कदम इस स्थान पर रखे थे इसलिए भी यह जगह अत्यंत पवित्र है



 नाहरी मन्दिर (NAHARI TEMPLE)

3. नाहरी मन्दिर यहाँ बहुत हि सुंदर भगवान शिवाजी का मन्दिर है जहा पर हर साल शिव रात्री बड़े धूमधाम से मनाई जाती  है ।

                           सोलन

सोलन एक बड़ा शहर है जो हिमाचल प्रदेश का एक जिला भी है । यहा पर भी घुमने के लिए काफी सुंदर जगहें है जैसे की

 1. माल रोड - सोलन का माल रोड काफी बडा है इसके दोनो और दुकानें और बड़े बड़े मालस हैं ।

2 . शूलिनी माता का मंदिर - सोलन का नाम शूलिनी माता के नाम पर पड़ा है  सोलन हिमाचल प्रदेश के बारह जिलो में से एक जिला है  माता शूलिनी सोलन की आधिष्ठात्री देवी है| भगवत पुराण में माँ दुर्गा के असख्य नामो में से एक नाम माता शूलिनी का भी है कहा जाता है की सिखों के दसवे गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी ने भी शूलिनी नाम से ही देवी माँ की आराधना की थी |माता शूलिनी की और भी बेहेने है ; हिंगलाज, लुगासनी,जेठ ज्वाला, तारा देवी,नेना देवी | इन सभी को दुर्गाव्तार माना जाता है|  

शूलिनी माता मंदिर ( SHOOLINI TEMPLE)


3. मोहन शक्ति हेरिटेज पार्क वैसे इसका नाम ज़रुर पार्क है परन्तु यहाँ पर बहुत ही सुंदर और भव्य मंदिर है जो इस पार्क का मुख्य आकर्षण का केंद्र है ये इतना सुंदर है की जो भी इसके बारे में सुनता है तो उसे देखने की इच्छा उसके मन में ज़रुर प्रकट होती है यह मंदिर इतना बड़ा और भव्य है की यहाँ आने वाले पर्यटक इसकी सुन्दरता  में खो जाते है मोहन हेरिटेज पार्क वैदिक विज्ञान का अध्ययन करने वालो के लिए किसी वरदान से कम नहीं यह मंदिर भारतीय संस्कृति के बारे में युवा पीडी को शिक्षित करने के उद्देश्य से एक बहुत ही अच्छा पार्क है  ।

मोहन हेरिटेज पार्क


4 . जटोली मन्दिर हिमाचल प्रदेश के  जिला सोलन में भी एक शिव मंदिर स्तिथ है यहाँ सोलन जिले के जटोली नामक स्थान पर स्थित है यह एशिया का सबसे ऊँचा मंदिर है । इस मंदिर का निर्माण दक्षिण-द्रविड़ शेली से किया गया है और इस  मंदिर का गुबंद 111 फीट ऊँचा है जिसके कारण ये एशिया का सबसे ऊँचा मंदिर है  इस मंदिर की सुन्दरता देखते ही बनती है  इसकी दीवारों पर सभी देवी देवताओ के इतने सुंदर चित्र बनाये गये है  जिसे  देखने के लिए लोग दूर दूर से  आते है इस मंदिर का निर्माण कार्य लगभग 39 वर्षो से चल रहा है  और अभी भी वर्तमान समय में भी इसका काम चल ही रहा है । 

जटोली मन्दिर


5 . करोल का टिब्बा -  हिमाचल एक पहाड़ी राज्य है और यह चारो और हरे भरे पहाड़ नदिया ओर गुफाएं है आज में आपको एक ऐसे ही गुफा के बारे में बताने जा रही हु जो हिमाचल के सोलन जिले में एक पहाड़ पर स्थित है जो  करोल के टिब्बे के नाम से जाना जाता है इस जगह की सुंदरता देखते ही बनती है यह टिब्बा एक बहुत ही ऊंची चोटी पर स्थित हैं यह से दूर दूर तक सूंदर नज़ारा देखा जा सकता है यह से शिमला, चायल,कसौली और बर्फ से ढकी पहाड़िया ओर धौलाधार रेन्ज भी नज़र आती है वही दूसरी ओर से चंडीगढ़ ओर अन्य मैदानी क्षेत्र भी देखें जा सकते है । 

करोल का टिब्बा


6 . गशाई - एक छोटी सी जगह है परन्तु इसका सम्बन्ध अँग्रेजों के काल से जुड़ा हुआ है | हिमाचल के सोलन जिले से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ढगशाई यह एक बहुत ही सुंदर और हरी भरी जगह है यह एक बहुत ही छोटी सी जगह है यह कोई टूरिस्ट प्लेस नही है अंत यह ज्यादा लोग नही आते जाते यही कारण है की बहुत कम लोग इस बारे में जानते है यह एक बहुत ही शांत जगह है परन्तु कुछ लोग इसे होन्टेड जगह कहते है |

.                          ढगशाई एक बहुत ही खूबसूरत जगह है यह चारों और सुंदर ऊँचे पहाड़ चारों और हरी भरी वादिया है परन्तु अगर हम इसके इतिहास के बारे में बात करे तो इसका इतिहास बहुत ही डरावना है | इसके इतिहास की तरह ही इसके नाम का भी एक अपना इतिहास है  पहले समय में इस जगह को दाग-ए-शाही के नाम से जाना जाता था | पुराने समय में जब यह मुग़ल राजाओ का राज्य था उस समय मुग़ल राजा अपराधियों को दंड देने के लिए इसी स्थान पर भेजते थे | इसीलिए इस जगह का नाम दाग-ए-शाही पड़ा जिसका अर्थ था शाही दाग |

7 . छोटी आयोधया  इस मन्दिर के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं । क्योकि अभी भी इस मन्दिर का कार्य चला हुआ हैं । यह मंदिर भगवान राम जी को समर्पित है । इस मन्दिर को छोटी आयोधया भी कहा जाता है ।


Ram temple shadhupull


                       यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है । इस मन्दिर मे भगवान राम , सीता जी लक्ष्मण , भरत और हनुमान जी कि मूर्त्तियां स्थापित कि गई है जिसकी लम्बाई तकरीबन दस फूट लम्बीं है । यह सभी मूर्तिया अष्ट धातु से बनीं हुई है । इस मन्दिर मे भगवान राम के साथ साथ भगवान शिव शंकर परिवार नव ग्रह पन्च मुखि हनुमान जी माता दुर्गा जी कि भी मूर्त्तियां स्थापित है । ब्राह्ममा जी भगवान विष्णु और  महेश जी कि मूर्त्तियां भी स्थापित है ।     

8 . रिज ;- शिमला में घूमने के लिए बहुत जगहें है पर जब लोग शिमला आते है तो वो सबसे पहले रिज पर जाते है रिज एक बहुत बड़ा मैदान है | असल में यह पानी का एक बहूत बड़ा टेंक है | जिसे पुरे शिमला के लिए पानी की आपूर्ति की जाती है | यहाँ पर सेर करने के लिए बहुत बड़ा मैदान है यह पर आप घुड़सवारी का आनद भी उठा सकते है | बर्फ बारी के दौरान पूरा रिज ऐसा लगता है मानो जमीं पर बादल उतर आयें हो और आप सफ़ेद बर्फ की चादर पर चल रहे हो | लोग यह पर आकर यादगार के लिए हिमाचली ड्रेस में अपनी फोटो खीचाते है | रिज से जब आप आसपास देखते है तो आपको दूर दूर तक सुंदर ऊँचे पहाड़ दिखाई देते है | और आप उसकी सुन्दरता में खो जाते है |


 

9. क्राइस्ट चर्च - क्राइस्ट चर्च रिज मैदान पर स्थित एक ऐतिहासिक चर्च है यह उतारी भारत का दूसरे नंबर पर आने वाला सबसे पुराना चर्च है | यह इतना सुंदर है की आप इसको देखते ही रह जाओगे आप इसकी सुन्दरता में खो जाओगे | इस चर्च को अंग्रेजों द्वारा बनाया गया था |
10 . जाखो मंदिर - हनुमान जी का मंदिर जिसे जाखू मंदिर के नाम से जाना जाता है यहाँ एक बहुत ही प्रसिद मंदिर है जहा केवल दुसरे राज्यों से ही नहीं अपितु देश विदेश से से भी लोग इस  मंदिर के दर्शन करने के लिए आते है  | 
11 . एडवांस स्टइंडीज - शिमला में स्थित इंडियन इंसीटीटयूट आफ एडवांस स्टडीज अपनी एतिहासिकता के लिए दुनिया भर में बहुत ही विख्यात है इस संस्थान से जुड़ा हुआ एक इतिहास है जो बहुत ही गोरवमयी है कहा जाता है की 1884 में तात्कालीन वायसराय लार्ड डफरिन के लिए बनाया गया था | इसीलिए इसे वायसराय लांज भी कहा जाता है |
12 . कुफरी -  शिमला से लगभग 13 किलोमीटर दूरी पर स्थित  एक छोटा सा हिल स्टेशन  है कुफरी | जो देखने में बहुत ही सुंदर है | यहाँ की सुन्दरता के कारण हर साल लाखों सेलानी यहाँ घूमने के लिए आते है | यहाँ पर एक छोटा सा जू भी है जिसका नाम ग्रेट हिमालयन नेचर पार्क है  यहाँ पर जानवरों और पक्षियों की लगभग 180 प्रजातीय पाई जाती है 
13. चायल -  चायल भी हिमाचल प्रदेश का सबसे सुंदर पर्यटक स्थल में से एक है इसकी दुरी शिमला से लगभग 49 किलोमीटर है | चायल में स्थित चायल पैलस अपनी वास्तुकला के लिए पुरी दुनिया में मशहूर है | इस पैलस का निर्माण ब्रिटिश काल में पटियाला के महाराजा द्वारा बनाया गया था | चायल में घुमने के लिए कई अच्छी जगह है | जिसमे सबसे पहले  चायल का क्रिकेट मैदान,चायल पैलस, काली टिब्बा और हनुमान जी का मंदिर |
14 . तारा देवी मंदिर  - सोलन से शिमला जाते हुए रस्ते में तारा देवी माता का मंदिर आता है हर साल बहूत से सरधालो माता के दर्शन करने के लिए यहाँ आते है |इस मंदिर का निर्माण लगभग 250 वर्षो पूर्व किया गया था | कहा जाता है की इस देवी को पूर्वी बंगाल से हिमाचल प्रदेश में लाया गया था |  इस देवी को हिमाचल में सेन वश का ही एक शासक यह लेकर आया था |   तारा देवी के नाम पर ही इस क्षेत्र को जाना जाता है | यह मंदिर शिमला से 11 किलोमीटर दूर एक ऊँची चोटी पर स्थित है 
   
        इन सभी जगहों के बारे मे विस्तार से जानने के लिए मेरे लिखें ब्लोग पड़े । उन्में विस्तार से इन जगहों की पुरी जानकारी दी गई है ।

                                मे  उम्मीद है की हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी | यदि आप इसके बारे में और अधिक जानना चाहते हैं या फिर किसी और मंदिर या जगह की जानकारी लेना चाहते है तो कृपया कोमेंट बॉक्स में लिखे यदि  इस आलेख को लिखते हुए हमसे कोई ग़लती हुई हो तो उसके लिए हमे क्षमा करे और हमे कोमेंट करके ज़रुर बताऐ ताकि हम आपको अपने आने वाले आलेख में एक बहेतरिन सुधार के साथ आपको अच्छी जानकारी उपलब्ध कराए ।

एक टिप्पणी भेजें

1 टिप्पणियाँ

महामाया मंदिर