सुई माता मंदिर

 नम्स्कार दोस्तो,

                     आज में  फिर आपके पास एक नये ब्लॉग के साथ आई हूं । आज में आपको एक ऐसे मन्दिर के बारे में बताने जा रही हूं जिसके बारे मे शायद ही आपने कभी सुना या पढा होगा । आज मे आपको सुई माता के बारे मे बताने जा रही हूँ । सुई माता का मन्दिर हिमाचल प्रदेश के जिले चम्बा के साहो नामक स्थान पर स्थित हैं । यह मन्दिर वहां के मुख्य मंदिरो में से एक है । 

                           इस मंदिर का निर्माण राजा वर्मन ने अपनी पत्नी रानी सुई कि याद मे करवाया था। क्योकि रानी सुई ने अपनी प्रजा के सुख के लिये अपना बलिदान दिया था ।


सुई माता 


मंदिर से जुडी पुराणिक कथा 

                                 पुराणिक कथाओ के अनुसार माना जाता है की जब चम्बा पर राजा वर्मन का राज्य स्थापित  था |  तो उस समय उनके राज्य में सबसे बड़ी मुसीबत एक ही थी पानी की कमी | पानी की कमी के कारन  उनका राज्य ठीक प्रकार से फल फुल नहीं पा रहा था  इस समस्या के समाधान के लिए राजा ने कई पूजा पाठ करवाए उन्होंने देवताओ को खुश करने के लिए प्राथना की हर तरह कि  कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हो पाया अत अंत में उन्होंने ब्राहमणों और पुजारियों से मदद मांगी पुजारियों ने उन्हें सलहा दी की यदि वह अपनी रानी या अपने जेष्ठ पुत्र में से किसी एक की बलि दे तो देवता खुश होकर उनकी पानी की समस्या को ठीक कर सकते है तब राजा ने अपने मन को पक्का करके अपने पुत्र की बलि देने का निश्चय किया परन्तु जब रानी को इस बात का पता चला तो उनसे अपनी आँखों के आगे अपने पुत्र की बली देने की बात स्वीकार नही हुई और उन्होंने अपनी बली दे दी उनके पार्थिव शारीर को इसी मंदिर के परिसर में दफनाया गया था इसके बाद तुरंत ही भारी बारिश हो गई और पूरा नगर पानी से भर गया माना जाता है की उसके बाद कभी भी इस  राज्य में पानी की कमी नही हुई | इसके बाद राजा ने माता सुई की याद में यह मंदिर बनवाया था 

 


मंदिर की निर्माण 

                            यह मंदिर एक पहाड़ की ऊँची छोटी पर स्थित है मंदिर के परिसर को तीन भागो में विभाजित किया गया है माता के मंदिर तक जाने के लिए सीडिया बनवाई गई है  इस मंदिर के नीचे  की और बस्तिया बनी हुई है जो बहुत ही सुंदर दिखाई देती है यह मंदिर वह के स्थानीय लोगो के लिए बहुत ही महत्व रखता है यह पर हर वर्ष अप्रेल और मई के महीने में एक बड़ा मेला लगाया जाता है जिसमे बहुत दूर दूर से लोग शामिल होने आते है | इस मेले में महिलाये विशेष तौर पर तैयार होकर रानी के समान में पहुचती है और माता सुई के लिए उनकी प्रशंश में  विशेष गीत गाती है | 



मंदिर तक पहुचने का मार्ग 

                                       माता सुई का मंदिर चंबा से 3.5 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है | यह तक आप बस द्वारा अपने निजी वहां द्वारा टेक्सी द्वारा आसानी से पहुंच सकते है | 

     मे  उम्मीद है की हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी | यदि आप इसके बारे में और अधिक जानना चाहते हैं या फिर किसी और मंदिर या जगह की जानकारी लेना चाहते है तो कृपया कोमेंट बॉक्स में लिखे यदि  इस आलेख को लिखते हुए हमसे कोई ग़लती हुई हो तो उसके लिए हमे क्षमा करे और हमे कोमेंट करके ज़रुर बताऐ ताकि हम आपको अपने आने वाले आलेख में एक बहेतरिन सुधार के साथ आपको अच्छी जानकारी उपलब्ध कराए ।

            

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