नमस्कार दोस्तों,
हिमाचल प्रदेश में देखने के लिए एक से बढकर एक जगह है | झिमचल प्रदेश में कई सुंदर और ऐतिहासिक मंदिर है जिनका इतिहास बहुत ही रोचक है | आज में आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रही हु जिसका निर्माण 400 साल पहले हुआ था | इस मंदिर को सब नर्देश्वेर मंदिर के नाम से जानते है |
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नर्देश्वेर महादेव मन्दिर |
नर्देश्वेर मंदिर हमीरपुर के सुजानपुर नामक स्थान पर स्थित है | इस मंदिर का निर्माण आज से 400 साल पहले महाराजा संसार चंद ने करवाया था | यहा मंदिर भगवन शिव को समर्पित है |
मंदिर का इतिहास
माना जाता है की नदेश्वेर मंदिर का निर्माण सुजानपुर टीहरा में संसार चंद ने अपनी पत्नी की याद में बनवाया था | नदेश्वेर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है यहा एक ऐसा मंदिर है जहा शिवलिंग की चारो तरफ से परिकर्मा की जाती है | मान्यताओ के अनुसार हिन्दू धर्म में शिवलिंग की पूरी परिक्रमा किया जाना अद्भुत और रहस्यमयी है | इस मंदिर का निर्माण बहुत ही सुंदर ढंग से किया गया है | मंदिर के निर्माण की एक और खास बात यहाँ है की इस मंदिर में भगवान् शिव का परिवार चारो दिशाओं में विराजमान है |
मंदिर का निर्माण
इस मंदिर का निर्माण काँगड़ा शैली से बनाया गया था | इस मंदिर की दीवारों पर बहेतरीन काँगड़ा शैली और राजपूत की मिश्रित शैली देखी जा सकती है | जो मंदिर की खूबसूरती में चाँद चाँद लगा देती है | मंदिर की दीवारों पर काँगड़ा कला शैली के चितेरो , मनकू ,निक्का ,नयनसुख इत्यादि ने इन दीवारों पर अदभुत चित्रकारी की है जो आदित्य है इन चित्रों के माध्यम से राजा संसार चंद ने अपने राज्य में होने वाली घटनाओ को दर्शाया गया है कि किस तरह से राजा संसार चंद ने अपने दरबारियों के साथ सभाए करते थे | इसमें राधा कृषण और शिव पार्वती के जीवन संबंधी चित्र अति सूक्षम ढंग से बनाए गये है |
मंदिर की मान्यता
हर वर्ष लाखो की संख्या में लोग भगवन शिव के दर्शन करने के लिए आते है इस मंदिर की यह विशेषता है की जो भी भगत सच्चे मन से यह आता है उनकी हर इच्छा भगवान शिव पूरी करते है |
मंदिर तक पहुचने का रास्ता
आप ट्रेन से बस से या हवाई यात्रा द्वारा इस मंदिर तक पहुच सकते है |
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