एक ऐसा मंदिर जहा पर निसंतान जोड़ो को मिलता संतान होने का सुख

 नमस्कार दोस्तों, 

                               हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से जाना जाता है इसका विशेष कारण यह पर स्थित देवताओ के मंदिर है हिमाचल जितना सुंदर है उतने ही सुंदर यहा के मंदिर है और उनके पीछे छुपी उनकी अद्भुत कहानिया और रहस्य | कुछ मंदिरों के रहस्य इतने अद्भुत है की जिनका पता आज तक वैज्ञानिक भी नहीं लगा पाए | आज में आपको ऐसे ही एक मंदिर के बारे में बताने जा रही हु जिसके चमत्कार के बारे में आज तक वैज्ञानिक भी पता नहीं लगा पाए | 


सिमसा माता मन्दिर


                                            यह मंदिर मंडी जिले के लड़भड़ोल क्षेत्र के 9 किलोमीटर दुरी पर स्थित सिमसा गाव में स्थित है इस मंदिर को सिमसा माता के नाम से जाना जाता है | और इन्हें संतान दात्री माता के नाम से भी पुकारा जाता है |

माता के प्रकट होने की कहानी 

                                          माना जाता है की सिमसा गाव में टोभा सिंह नामक व्यक्ति रहता था | कहा जाता है की महाशिवरात्रि वाले दिन वह कंदमूल खोदने के लिए अपने घर से 3 किलोमीटर दूर नागन नामक स्थान पर गया जैसे ही उसने धरती को खोदने के लिए धरती पर गेंती मारी तो धरती में से दूध की धार निकल गई यह सब देख कर वो हैरान हो गया परन्तु वह यह सोच कर खुश हो गया की शायद कंदमूल बहुत ही ताजी और रस भरी है और शायद उसी का रस बहार निकल रहा होगा यही सोच कर उसने फिर से जमीं खोदनी शुरू की दूसरी चोट पर धरती से पानी निकल गया और तीसरी चोट पर धरती से खून निकल गया यहाँ सब देख कर टोभा घबरा गया और डर कर घर की और दौड गया | जब वह रात को सो रहा था तो माता उसे स्वपन में आई और बोली तू खबरा मत में यह सब कुछ ठीक करने आई हु |  




                                      तू सुबह नहा कर जहा खुदाई करने गया था वही जाना और खुदाई करना वहां से तुझे खुदाई में एक मूर्ति मिलेगी उस मूर्ति को साफ़ करके पालकी में सजा कर धूमधाम से लेकर आना जहा पर भी वह पालकी भारी हो जाये वही पर उस मूर्ति के लिए एक मंदिर की स्थापना करना | जब सुबह टोभा सिंह उठा तो उसने माता के दिए गये निर्देश के अनुसार ही कार्य किया खुदाई करने पर उसे एक बड़ी मूर्ति मिली जिसकी लम्बाई एक 7 वर्षीय कन्या की लम्बाई के बराबर थी |

माता के मंदिर की मान्यता 

                इस मंदिर को लेकर एक मान्यता यह है की जिन शादीशुदा जोड़ो के किसी भी कारण से संतान नही हो पाती उन्हें माता के आशीर्वाद से संतान की प्राप्ति होती है | मान्यता के अनुसार जिन जोड़ो को संतान की चाह होती है वहा नवरात्रों में माता सिमसा के दर्शनों के लिए आते है स्त्री माता के मंदिर के प्रांगन में बिछोना बिछाकर सो जाती है यह माता का चमत्कार है की जब औरते सो रही होती है तो नींद में माँ सिमसा पुरे सृंगार में उन्हें दर्शन देकर आज्ञा के अनुसार स्वपन में फल बांटती है |




स्वपन में ही माता संकेत देती है की लड़का होगा या लड़की 

                                        माँ का ऐसा चमत्कार है की माता स्वपन में ही यहा संकेत दे देती है की लड़का होगा या लड़की | माना जाता है कि माता स्वपन में किसी फल या कंदमूल को देखे तो उसे निश्चित ही संतान की प्राप्ति होती है | अगर स्वपन में महिला को अमरुद दिखे तो पुत्र की प्राप्ति होती है और अगर भिन्डी दिखे तो पुत्री | कहा जाता है की यदि किसी स्त्री को स्वपन में लकड़ी या धातु दिखे तो उस स्त्री को कभी संतान का सुख प्राप्त नहीं होता | 




नवरात्रों  के दिन बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है |

                          यहाँ हर वर्ष चेत्र व शरद नवरात्र के दौरान मेले लगते है और नवरात्रों के नो दिन भंडारे लगाए जाते है | लाखो की संख्या में सरधालो माता के दर्शन के लिए हर वर्ष यहाँ आते है | 

अद्भुत चमत्कार माता का 

                          कहा जाता है की यदि कोइ स्त्री माता के मंदिर में एक बार संतान न होने का स्वपन आने के बाद दोबरा सोने की कोशिश करती है तो माता इस बात को स्वीकार नहीं करती है माता उसे सजा देती है कहते है उसे ऐसा महसूस होता हैं जेसे उसे बहुत सारी चीटिया काट रही हो उस औरत के शरीर पर लाल निशान पड जाते है और आखिर में उस औरत को वहा से जाना ही पड़ता है | 




मंदिर की एक और अद्भुत बात है 

              मंदिर के पास ही एक चमत्कारी शिला है कहा जाता है की यदि इस शिला को हम अपने दोनों हाथो से हिलाने की कोशिश करते है तो यहाँ शिला बिलकुल भी अपने स्थान से नही हिलती है परन्तु अगर हम इसे अपने हाथ की सबसे छोटी उंगली से हिलाए तो यह हिल जाती है इस चमत्कार का रहस्य वैज्ञानिक भी नही समझ पाए |   

                        मे  उम्मीद है की हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी | यदि आप इसके बारे में और अधिक जानना चाहते हैं या फिर किसी और मंदिर या जगह की जानकारी लेना चाहते है तो कृपया कोमेंट बॉक्स में लिखे यदि  इस आलेख को लिखते हुए हमसे कोई ग़लती हुई हो तो उसके लिए हमे क्षमा करे और हमे कोमेंट करके ज़रुर बताऐ ताकि हम आपको अपने आने वाले आलेख में एक बहेतरिन सुधार के साथ आपको अच्छी जानकारी उपलब्ध कराए ।            

                                                                       जय सिमसा माता की |        

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