कुलधरा गाँव जो एक ही रात में गायब हो गया |

 नमस्कार दोस्तों,

                       आज मे फिर एक नये ब्लोग के साथ आई हु । आज मे आपकों एक ऐसी जगह के बारे मे बताने जा रही हु जो अपनी रहस्यमई घटनाओ के कारण जाना जाता है । यह जगह रजिस्थान के कुलधरा नामक स्थान पर स्थित हैं । इस गांव को खाली हुए आज पुरे 200 साल से भी ज्यादा हो गए हैं पर आज भी यहां गांव बिलकुल खाली हैं ।


कुलधरा गाँव 


गाँव से जुडी हुई कहानी

                          ऐसा माना जाता हैं कि इस गांव का निर्माण 1300 साल पहले पालीवाल ब्राह्मण समाज ने सरस्वती नदी के किनारे किया था । उस समय इस गांव मे बहुत ही चहल पहल हुआ करती थी । किन्तु अब इस गांव मे तो क्या इसके इर्द गिर्द भी कोइ इनसान दिखाई नहीं देता । कहां जाता है की 1800  दशक के अनुसार यह गाँव मंत्री सलीम सिंह के अधीन था जो बहुत ही घमंडी और विशवास  घाती इन्सान था | वह पुरे गाँव से कर इकट्ठा करता था और जो लोग कर नहीं दे पाते थे उन पर अत्याचार करता था गाँव के लोग उसे बहुत परेशान थे | कहा जाता है की एक बार सलीम को गाँव के प्रधान की बेटी पसंद आ गई | जब गाँव वालो को यह बात पता चली तो वो इस बात पर बहुत नाराज़ हुए गाँव वालो की इस बात पर सलीम को बड़ा क्रोध आया उसने गाँव वालो को इस मामले से दूर रहने की सलहा दी और उसका कहना न मानने वालो के खिलाफ सख्त कारवाही करने की बात कही | अपनी बेटी की इज़त बचाने और अपने गाँव वालो की रक्षा करने के लिए प्रधान ने गाँव वालो के साथ रातो रात पूरा गाँव खाली कर दिया  गाँव को खाली करते समय उन्होंने यह श्राप दिया की आज के बाद इस गाँव में कोई भी इन्सान नहीं रह सकता | माना जाता है उन लोगो के श्राप के कारण आज तक कोई भी इस जगह पर नहीं रह पाया |




कुलधरा गाँव से जुडी एक और कहानी 

                                           इतिहासकारों के हिसाब से इस गाँव के खत्म  होने के कुछ और कारण है उनके अनुसार सन 1291 के आसपास  कुलधरा गाँव में पालीवाल ब्रहामण रहते थे | इसके आस पास रहेने वाली बस्तिया भी  इन्ही ने बसाई थी जिसमे लगभग 84 गाँव थे | यह ब्रह्मामण बहुत ही बुद्धिमान थे और  विज्ञान की समझ रखने वाले थे उन्होंने इस धरती को बहुत उपजाऊ बना दिया था | वैज्ञानिकों के अनुसार इस गाँव वालो ने इस गाँव को वास्तु शास्त्र के अनुसार बसाया गया था जिसके कारण इस गाँव के नीचे के पानी का स्तर बड गया | परन्तु कुछ लोगो के अनुसार गाँव वालो के दिए श्राप के कारण यहा कोई बस नहीं पाया माना जाता है की यदि कोई भी इस गाँव में रहने की कोशिश करता है तो वो बर्बाद हो जाता है |




कुलधरा  गाँव 

                   अब यहाँ गाँव भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा सरक्षित कर दिया गया है और एक एतिहासिक स्थल में इसका नाम आता है | यहाँ क्षेत्र एक विशाल जगह में फेला हुआ है जिसमे लगभग 85 छोटी बस्तिया शामिल है किन्तु यह सभी बस्तिया खाली है और पूरी तरह खंडर बन चुकी है | 




भारत का सबसे भुतिया गाँव 

                   कुलधरा गाँव भारत के सबसे निर्जन और भुतिया गाँवो में से एक है | इसकी गिनती भारत के सबसे ज्यादा HAUNTED प्लेस में आती है || कुलधरा गाँव जैसलमेर  से 18 किलोमीटर दूर स्थित है | इस स्थान को  कुलभाटा के नाम से भी जाना जाता है | 

इस गाँव में एक श्रापित तालाब 

                           इस गाँव में एक तालाब है जिसे भुतिया तालाब के नाम से जाना जाता है कहा जाता है की जो भी इस तालाब के पास जाता है उसका दिमाग उनके वश में नहीं रहता इस तालाब को देख कर उनके मन में आत्महत्या करने का मन करता है माना जाता है इसका मुख्य कारण इस तालाब के आस पास भटकने वाली अतृप्त आत्माए  है | 




                              इन कहानियो में कितनी सच्चाई है यह कहना तो मुस्किल है  लेकिन कुछ स्थानीय लोगों का कहना है की इन कहानियो में कुछ सच्चाई भी है मे  उम्मीद है की हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी | यदि आप इसके बारे में और अधिक जानना चाहते हैं या फिर किसी और मंदिर या जगह की जानकारी लेना चाहते है तो कृपया कोमेंट बॉक्स में लिखे यदि  इस आलेख को लिखते हुए हमसे कोई ग़लती हुई हो तो उसके लिए हमे क्षमा करे और हमे कोमेंट करके ज़रुर बताऐ ताकि हम आपको अपने आने वाले आलेख में एक बहेतरिन सुधार के साथ आपको अच्छी जानकारी उपलब्ध कराए ।

                                          

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